Sambhaji Maharaj Jayanti 2025: इतिहास के सबसे वीर योद्धा को नमन !
तारीख: 14 मई 2025
अवसर: छत्रपति Sambhaji Maharaj की 368वीं जयंती
पूरे भारत में उत्सव की धूम
महाराष्ट्र में जोश और श्रद्धा से भरपूर Celebrations
- सांस्कृतिक कार्यक्रम, शोभायात्राएं और श्रद्धांजलि सभाएं।
- मालेगांव, मनमाड, और अन्य शहरों में रात 12 बजे विशेष कार्यक्रम।
National Level Tributes
- राजस्थान के राज्यपाल ने जयपुर राजभवन में श्रद्धांजलि अर्पित की।
- नासिक से दिल्ली लाई जा रही संभाजी महाराज की विशाल प्रतिमा।
Social Media पर श्रद्धांजलियों की बाढ़
- फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर quotes, wishes, और images वायरल।
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Sambhaji Maharaj का जीवन और बलिदान
शुरुआती जीवन और राज्यारोहण
- जन्म: 14 मई 1657
- पिता: छत्रपति शिवाजी महाराज
- राज्याभिषेक: 1681 में दूसरे छत्रपति बने
Mughal Empire के खिलाफ संघर्ष
- औरंगज़ेब के लगातार आक्रमणों का वीरता से सामना किया।
- Swarajya की रक्षा के लिए कभी झुके नहीं – hence called “Dharmaveer”।
एक Warrior ही नहीं, Scholar भी
- Fluent in: Sanskrit, Persian, Marathi, Urdu, Arabic, Braj, English
- संस्कृत ग्रंथ ‘बुद्धभूषण’ के लेखक – नीति, धर्म और राजनीति पर आधारित।
शहादत: धर्म की खातिर बलिदान
- 1689 में गिरफ्तारी, अमानवीय यातनाएं दी गईं।
- इस्लाम धर्म में परिवर्तन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
- 11 मार्च 1689 को वीरगति प्राप्त की।
- उनकी शहादत आज भी धर्म और आत्मसम्मान की मिसाल है।
Legacy That Still Inspires
- Courage, Conviction, और Sacrifice का प्रतीक।
- युवाओं और देशभक्तों के लिए आदर्श।
- हर वर्ष उनकी जयंती सामूहिक गर्व और संस्कृति का उत्सव बन चुकी है।
धर्मवीर संभाजी महाराज की जय !
आज की युवा पीढ़ी को उनसे सीख लेनी चाहिए डटकर खड़े रहो, चाहे सामने कितना भी बड़ा तूफ़ान क्यों न हो।