Operation Sindoor: Narendra Modi Live
पृष्ठभूमि: पहलगाम आतंकी हमला
- 22 अप्रैल, जम्मू–कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई।
- इस निर्मम हमले के बाद भारत सरकार ने “Operation Sindoor” की शुरुआत की — एक सटीक और सशक्त सैन्य कार्रवाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन
Operation का उद्देश्य
- यह कार्रवाई केवल प्रतिशोध नहीं, बल्कि न्याय का प्रतीक थी।
- इसका मकसद था आतंक के ठिकानों को नष्ट करना और आतंकवादियों को उनके अपराध की सज़ा देना।
Operation Sindoor की प्रमुख विशेषताएं
1. सटीक खुफिया जानकारी (Intelligence)
- भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों की पहचान की।
2. रणनीतिक सैन्य हमले
- भारतीय सशस्त्र बलों ने आधुनिक तकनीक और रणनीति का उपयोग करते हुए लक्षित हमले (Targeted Strikes) किए।
- कई आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया गया और 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
3. तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन
- प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों और रक्षा विशेषज्ञों की सराहना की, जिन्होंने Operation में उन्नत हथियार प्रणाली और निगरानी तकनीक (Surveillance Technology) का उपयोग किया।
शांति और शक्ति का संदेश
- भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ ceasefire agreement किया, जो शांति की इच्छा को दर्शाता है।
- परंतु प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद या हमले का जवाब कड़ी और ठोस कार्रवाई से दिया जाएगा।
राष्ट्र की प्रतिक्रिया
- देशभर में इस कार्रवाई की प्रशंसा हो रही है।
- नागरिकों, नेताओं और सुरक्षा विशेषज्ञों ने इसे निर्णायक और साहसी कदम बताया।
- सैनिकों के साहस और बलिदान को लेकर पूरे देश में गौरव और एकजुटता का वातावरण है।
रणनीतिक महत्व
- Operation Sindoor भारत की नई सुरक्षा नीति का संकेत है — अब केवल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि पूर्व–निर्धारित और सक्रिय कार्रवाई।
- यह दुनिया को दिखाता है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
निष्कर्ष:
Operation Sindoor भारत की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री का संबोधन सिर्फ़ एक सूचना नहीं, बल्कि संकल्प की घोषणा थी कि भारत आतंक के खिलाफ न सिर्फ़ खड़ा है, बल्कि उसे मिटाने के लिए तैयार है।